उसका आना
आज बहुत दिनों के बाद
वह नीचे टहलने आई,
उसे देखकर एक खुशी की लहर
मेरे चेहरे पर दौड़ आई |
यूँ तो हम दोनों में कोई बात नहीं होती थी,
पर फिर भी उसके आने का इंतज़ार रहता था |
वह नीचे टहलती रहती थी
अपने कानों में फ़ोन लगाए ज़रूर
किसी अपने से ही बातें किया करती थी |
अपनी बातों में मगन, दुनिया से बेख़बर
ऐसा लगता था मानों वह
कुछ पल फुर्सत के अपने लिए
उधार माँग कर लाई थी |
उसे देखकर न जाने क्यों अच्छा लगता था
मानों उसके साथ कोई अनजाना रिश्ता सा था |
कई बार सोचा कि उसे ऊपर से आवाज़ दूँ,
फिर खुद को रोक लिया कि
क्यों मैं उसके फुर्सत के लम्हों को कैद करूँ |
क्या पता लोगों से दूर,
शायद तन्हाई में खुद को तलाशने आई है
या किसी अपने से बात कर,
अपना दर्द बाँटने आई है |
वजह कुछ भी हो उसके टहलने की
पर उसका आना ही अच्छा लगता है
शायद रात की तन्हाई में,
मुझे भी उसमें कोई अपना लगता है | |
Pic credit: https://www.ncta.com/whats-new/keeping-human-connections-real-and-authentic-in-the-digital-age
Who is the mystery person motivation this creation 🦋
ReplyDeleteA very dear friend of mine☺
DeleteOnly a beautiful soul can understand the unspoken feelings, unexpressed emotions so well👏👏
ReplyDeleteThank you so much😊
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