Gudiya Rani
यह पोस्ट मैंने एक छोटी सी गुड़िया के पहले बर्थडे पर लिखी थी | कोरोना के कारण स्वयं तो जा नहीं सकी पर शब्दों के रूप में उस नन्ही परी को खूब सारा प्यार भेजा |
माँ की प्यारी, पापा की दुलारी
और अपने भैया की राज दुलारी
छोटी सी परी तुम,
लेकर आईं कितनी खुशियाँ तुम |
बन गईं हम सभी की आँखों का तारा
जिसकी चमक से रौशन है जग सारा |
कब गोद से निकलकर दौड़ने लगीं तुम,
हम देखते ही रह गए और साल भर की हो गईं तुम |
ननिहाल, ददिहाल खुश है सारा कि
आज है जन्मदिन तुम्हारा |
लाखों दुआएँ दे रहे सब
दूर से ही सही पर याद कर रहे सब |
सदा मुस्कुराती रहो, चहकती रहो तुम
और सबकी ज़िन्दगियों में यूँ ही रंग भरती रहो तुम |
ग़म का साया भी कभी तुम्हारे पास न आए,
हँसता हुआ गुलाब सा चेहरा कभी न मुरझाए,
"शनाया" परी ले लो हमसे भी इतनी सी दुआएँ | |
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